कठोपनिषद
Kathopnishad


यम -
जो स्थिर न होने वाले इस शरीर में रहते हुए भी शरीर रहित रहते है किसी स्थिति से विचलित नहीं होते और उस महान सर्वव्यापी परमात्मा को जान कर बुद्धिमान महापुरुष कभी किसी बात का शोक नहीं करते

Yam -
Those who, despite being in this body which is not stable, remain bodyless, do not get disturbed by any situation and knowing the great omnipresent Supreme Being, the wise great man never mourns for anything.