ॐ इस सच्चिदानंदघन परमात्मा नाम का स्मरण करके उपनिषद का आरंभ करते है, प्रसिद्ध है कि यज्ञ का फल चाहने वाले वाजश्रवाके पुत्र उद्दालक
ने अपना सारा धन ब्राह्मणो दे दिया उसका नचिकेता नामसे प्रसिद्ध एक पुत्र था
starts the Upanishad by remembering the name of Sachchidanandaghan Paramatma. It is famous that the son of Vajashrava, Uddaalak, who wanted the results of the Yagya, gave all his wealth to the Brahmins. He had a famous son named Nachiketa.