कैवल्य उपनिषद
Kaivlya Upanishad

जिसका उत्तर देते हुए ब्रह्मा जी बोले
Answering this, Brahma ji said

ब्रह्मा जी -
हे आश्वलायन! सुनो, उसे न तो कर्म से, न संतान से और न ही धन से पाया जा सकता है, उसे तो केवल त्याग से ही प्राप्त किया जा सकता है

Lord Brahma -
O Ashvalayana! Listen, He cannot be attained by deeds, by children or by wealth, He can only be attained by renunciation.