कैवल्य उपनिषद
Kaivlya Upanishad
ऋषि आश्वलायन भगवान ब्रह्मा जी के पास गए और हाथ जोड़ कर बोले
Sage Ashvalayana went to Lord Brahma and said with folded hands
ऋषि आश्वलायन -
भगवन संत से सेवित अत्यन्त गोपनिय और सबसे श्रेष्ठ ब्रह्म विद्या का मुझे उपदेश किजिए जिससे विद्वान अपने सभी पाप को नष्ट कर परब्रह्म को प्राप्त करते है
Sage Ashvalayana -
O Lord, please teach me the most secret and best knowledge of Brahma which is served by the saints, by which the learned destroys all his sins and achieves the Supreme Brahma.