कठोपनिषद
Kathopnishad


यम -
यह सम्पूर्ण जगत उस ब्रह्म से ही निकला है और उसी में चेष्टा करता है। इस उठे हुए वज्र के समान इस महान सर्वशक्तिमान परमेश्वर को जो भी जान लेता है, वो जन्म मृत्यु से छूट जाता है

Yam -
This whole world has come out of that Brahman and tries into it. Like this raised thunderbol, whoever knows this great almighty God, he is released from birth death.